गमे जिन्दगी को अब दर्दे दिल रास न आया। गमे जिन्दगी को अब दर्दे दिल रास न आया।
कोई सुने या न सुने जी खुद ही पढ़कर मुस्कुरा लेती हूँ। कोई सुने या न सुने जी खुद ही पढ़कर मुस्कुरा लेती हूँ।
फिर बसन्त की आहट आई हर जगह फ्योंली मुस्काई फिर बसन्त की आहट आई हर जगह फ्योंली मुस्काई
मुस्कुराना सीख लूंगा, अगर तुम मिल जाओ। मुस्कुराना सीख लूंगा, अगर तुम मिल जाओ।
हमारी मूर्खता भरी बातों पर यूँ छुप कर मुस्काराना हमारी मूर्खता भरी बातों पर यूँ छुप कर मुस्काराना
नही हूँ ना समझ मै भी समझदारी समझता हूँ'लकी' मालूम है मेरा किधर हसँना जरूरी है ।। नही हूँ ना समझ मै भी समझदारी समझता हूँ'लकी' मालूम है मेरा किधर हसँना जरूरी है ।।